ना दिया करो यूँ सदायें मुझे
कि पिघल ना जाऊँ कहीं,
वादे किये हैं जो दिल से मैनें
उनसे मुकर ना जाऊँ कहीं,
ना आओ यूँ करीब
कि कहीं घुल ना जाओ मेरी साँसों में,
ना देखा करो यूँ आँखों में मेरी
कि रूह में ना उतर जाओ कहीं !
Kabhi Yu Hi Beithe Khamosh Pahro Kabhi Nazaron Ne Haal-e-dil Bayan kiya... Kabhi Ki Dil Ki Baatein Dil Hi Mein Kabhi Lafzo Mein Izhaar Kiya...