कुछ तो ख़ास है इस सुबह में आज
आज बहुत याद आ रहे हो तुम
दिल में उमड़ रहे हैं ख्यालात कई
बहुत याद आ रहे हो तुम ...
क्या है ख़ास जो दिल ढूँढता है
हर मंजर में तुझे
महसूस करता है इन हवाओं में तुझे
जो छू लेती हैं तो छूता है हर लम्स तेरा
महसूस कर रही हूँ बंद पलकों से तुझे
मुझे छू जा रहे हो तुम
बहुत याद आ रहे हो तुम
बहुत याद आ रहे हो तुम ...
आज बहुत याद आ रहे हो तुम
दिल में उमड़ रहे हैं ख्यालात कई
बहुत याद आ रहे हो तुम ...
क्या है ख़ास जो दिल ढूँढता है
हर मंजर में तुझे
महसूस करता है इन हवाओं में तुझे
जो छू लेती हैं तो छूता है हर लम्स तेरा
महसूस कर रही हूँ बंद पलकों से तुझे
मुझे छू जा रहे हो तुम
बहुत याद आ रहे हो तुम
बहुत याद आ रहे हो तुम ...