तेरी तस्वीर को सीने से लगा रखा है
तुझको यूँ बाहों में छुपा रखा है,
लबों पे आकर ठहरी है जो प्यास उसे
तबस्सुम से किनारे पे दबा रखा है,
कभी मिल जाये मुझसे यूँ ही तन्हाई में
हर पल दिल ये तमन्ना करता है,
बेचैन सी इन निगाहों को
पलकों से झुका रखा है,
तुझको यूँ बाहों में छुपा रखा है !
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